Festival Nibandh in hindi | भारतीय त्योहारों पर हिंदी निबंध | छोटा निबंध हिंदी में

पूरे विश्व में भारत एक ऐसा देश है जिसे त्योहारों का देश कहा जाता है। यहाँ सभी धर्मों के लोग साथ-साथ रहते है और हर धर्म के लोग अपनी संस्कृति और परंपराओं के अनुसार अपने-अपने त्योहार मनाते हैं। आज हम इसी परम्परा को जारी रखते हुए भारतीय त्योहारों पर हिंदी निबंध | Festival Nibandh in hindi लेकर आये हैं. जो लघु निबंध आपके आपको छोटे बच्चों के लिए काफी उपयोगी साबित होगा।

भारतीय त्योहारों पर हिंदी निबंध | Festival Nibandh in hindi

भारत देश में सभी लोग एकसाथ मिलजुल कर भाईचारे के साथ रहते है। सभी धर्मों लोग अपने पर्व-त्योहारों को भी बड़ी धूमधाम से मनाते है। भारत में हर त्योहारों का अपना अलग-अलग महत्व और विशेषताएं है। महिलाओं और बच्चों में त्योहार का एक अलग ही उत्साह और जोश देखा जा सकता है। महिलाओं को अपने त्योहार मे सजने और सवरने का एक अलग उत्साह होता तो वही बच्चों में भी कपड़ों, मिठाईयां और तरह-तरह के पकवान खाने और खुब मस्ती करने का जोश रहता है। आईए हम आपको आपने देश के कुछ महत्वपूर्ण पर्व त्योहार (Festival Nibandh in hindi) से परिचय करवाते हैं।

दिवाली | Diwali Festival Nibandh in hindi

दिवाली का त्योहार हर साल अक्टूबर या नवम्बर के महिने में आता है। यह त्योहार मुझे सबसे ज्यादा पसंद है। यह तीन दिनों का त्योहार होता है – धन तेरस, छोटी दिवाली और बड़ी दिवाली।

दिवाली के त्योहार से पहले सभी लोग अपने घर की पूरी साफ-सफाई, दिवारों पर नई रंगाई-पुताई, पेंट आदि करते हैं ।
दिवाली के लिए घर में सजावट के लिए रंग-बिरंगी लाईट और फूलों का गुलदस्ता भी लाते है और अपने परिवार के सदस्यों के लिए उपहार और रिश्तेदारों के लिए मिठाईया और भेंट भी लाते है।

दिपावली को दीयों और रौशनी के त्योहार के नाम से भी जानते है। दिवाली को हिंदु धर्म के महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक माना जाता है।
हिन्दू धर्म के मान्यताओं के अनुसार ऐसा कहा जाता है कि श्री रामचंद्र जी जब अपनी पत्नी सीता और छोटे भाई लक्षमण के साथ वनवास गए थे। उनके वनवास के दौरान लंका पति रावण ने सीता को धोखे से अगवा कर लिया था। श्री रामचंद्र ने रावण को मार कर सीता को लंका से आज़ाद करवाया था।

जब भगवान रामचंद्र ने अपनी पत्नी सीता और भाई लक्ष्मण के साथ 14 वर्ष का वनवास काटकर अयोध्या वापस आये थे। उसी अवसर पर अयोघ्या के लोगों ने पूरे राज्य में दिये जलाकर उनका स्वागत किया था तभी से यह दिवाली का पर्व मनाया जाता है।

दिवाली पर्व को बुराई पर अच्छाई के जीत का प्रतीक माना जाता है। दीयों और मोमबत्तियों से चारों ओर रोशनी की जाती है।

घर के दरवाजों पर फूलों और रंगों से रंगोली बनाई जाती है। इस दिन मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की मूर्ति की पूजा कि जाती है। पटाखे और फुलझड़ियां जलाई जाती है। हर तरफ रौशनी ही रौशनी नजर आती है।

इस दिन घरों में तरह-तरह का व्यंजन और पकवान बनते है। हमारे घर खुब सारी मिठाईयां भी आती है। जिसे हम अपने परिवार, दोस्तों और रिश्तेदारों के यहां आपस में बांटते है। हम नये-नये कपड़े भी पहनते है। सभी इस महान त्यौहार को बहुत ही उत्साह और ख़ुशी के साथ मिलजुल कर मनाते हैं।

दशहरा निबंध | Dasara festival essay in hindi

दशहरा हिन्दुओं का दस दिनों का त्योहार है। यहां दुर्गा पूजा से जुडी कई कथाये हैं। कहा जाता है माँ दुर्गा ने इस दिन महिषासुर नामक असुर का संहार किया था। जो की भगवान का वरदान पाकर काफी शक्तिशाली हो गया था और वह मनुष्य और देवनगरी में आतंक मचा रखा था। जिसे मां दुर्गा ने मारा था। बुराई पर अच्छाई की जीत हुई थी। इस पर्व को शक्ति का पर्व भी कहा जाता है।

देवी दुर्गा की नवरात्र में पूजा इसलिए की जाती है क्योंकि यह माना जाता है कि उन्होंने 10 दिन-रात के युद्ध के बाद महिषासुर नाम के राक्षस को मारा था। माँ दुर्गा के 10 हाथ है, जिसमें उन्होंने सभी हाथों में अलग-अलग हथियार धारण कर रखा है।

माँ दुर्गा ने ही महिसा सूर को मारकर लोगों को राहत दिया था। जिसके कारण लोग उनकी पूरी श्रद्धा के साथ पूजा करते हैं।

पूरे देश में दुर्गापूजा बहुत धूम-धाम से मनाया जाता है। दुर्गापूजा बंगाल में सबसे ज्यादा प्रसिद्ध पर्व है। दुर्गापूजा मे लोग उपवास रखते है और आपने परिवार के सुख शांति के लिए मां दुर्गा से प्रर्थना करते हैं।

दुर्गापूजा में छठवें दिन की पूजा के बाद सामवीं, अष्टमी, नवमी और दसवी पूजा के दिन लोग घूमने जाते है। इस दिनों बड़ी-बड़ी पंडालें और मेले का भी आयोजन होता है।

लोग नये-नये कपड़े पहनते है तरह-तरह के पकवान भी बनाये जाते हैं और लोग पूरी भक्ति और श्रद्धा के साथ पूजा में शामिल होते है।

क्रिसमस | Christmas Festival Nibandh in hindi

क्रिसमस सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण त्योहार ईसाई धर्म के लोगों का होता है। वो लोग इसे ईसा मशीह के जन्मदिवस के रूप में बहुत ही खुशी और उत्साह के साथ मनाते हैं।

इस दिन लोग अपने घरों में क्रिसमस के पेड़ को लाते हैं और खाश तरिके से उसे सजाते है। पेड़ को सजाने के लिए तरह-तरह कि छोटे-छोटे खिलौने, चाॅकलेट, टाॅफी, बैलून, लाईट और रंग-बिरंगे कैंडिल पेड़ के आस पास और अपने घरों में भी लगाते है।

उन सभी के घरों में उस दिन केक जरूर आता है। वह भी तरह-तरह के स्वाद वाली अपनी पसंद के अनुसार और लोग खुब नाचते गाते भी है।
परिवार के सभी सदस्य के साथ इस दिन चर्च में प्रार्थना करने जाते है। बाद में लोग आपस में मिलकर प्यार और सदभाव बांटते हैं और एक दूसरे को उपहार और बधाइयाँ भी देते है।

क्रिसमस के दिन सभी बच्चे अपने गिफ्ट का बेसब्री से इंतजार करते है। उनमें से कोई व्यक्ति सांता क्लॉस बन सभी बच्चों के लिए उपहार लाता है और बच्चे उपहार पाकर बहुत ही प्रसन्न होते है।

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