Story Hindi Mein (भालू और बौना) काफी समय पहले की बात है। रोज और स्नो नाम की दो बहनें अपनी मां के साथ रहती थी।
एक दिन उनके यहां का मौसम बहुत खराब हो गया था। घर के बाहर बर्फ गिर रही थी। वो तीनों घर के अंदर आग जला कर बैठे थे। तभी किसी ने उनके घर का दरवाजा खटखटाया।
वे तीनों आपस में एक दूसरे को देखने लगे दरवाजा कौन खोलने जाएगा। तभी मां बोली तुम दोनों यही आग के पास ध्यान से बैठों में देखती हूं दरवाजे पर कौन आया है।
मां ने दरवाजा खोला। दरवाजे पर एक भूरा भालू सर्दी के कारण अकड़ा हुआ खड़ा था। मां इस हालत में भालू को देखकर डर गई। मां ने भालू को घर के अंदर जाने को कहा।
भालू घर के अंदर आ गया। भालू ने सर्दियों का पूरा मौसम उन के साथ उनके घर पर ही बिताया। जब बसंत आया, तो वह जंगल में लौट गया।
एक दिन दोनों बहने घर के बाहर जंगल में लकड़ियां लाने गई थी। तभी उन्होनें देखा एक बौने को एक बड़ी-सी चील अपने साथ उड़ा ले लाने की कोशिश कर रहा था। चील ने उसे अपने पंजों में दबाकर ले जाना चाहता था।
दोनों बहनों ने एक बड़ी सी छड़ी वही झारियों से तोड़ी और उस से चील को मारने लगे। चील बौने को वही छोड़ कर भगा गया। उन दोनों बहनों ने बौने की जान बचाई, लेकिन बौने ने उन्हें धन्यवाद तक नहीं दिया।
बौने की दाढ़ी एक पेड़ की शाखा में फंस गई थी। दोनों बहनों ने उसकी दाढ़ी काट दी। इस पर बौने को उन दोनों पर बहुत गुस्सा आ गया। वह उन्हें मारने ही वाला था कि वहां भूरा भालू टहलता कहीं से आ गया।
उसने देखा की बौना उन्हें मारने वाला है। तभी वह भालू ने बौने को वही मार डाला। बौने को मारते ही भालू एक सुंदर नौजवान में बदल गया।
भालू को मनुष्य रूप में बदलते देख दोनों बहने डर गई। फिर उस नौजवान ने बताया की वह एक राजकुमार है। वह जंगल में शिकार करने आया था। वह अपने सिपाहियों से बिछड़ गया था। वह बौना एक जादूगर था। उसने उसे भालू बना दिया था।
राजकुमार ने बताया उस बौने की मौत के साथ ही उसका जादू भी टूट गया। उसके बाद राजकुमार दोनों बहनों के साथ उसके घर गए। और उन दोनों के साथ उसकी मां को भी अपने साथ अपने राज्य लेकर लौट गए। राजकुमार ने रोज़ से शादी की ली, और स्नो की शादी अपने भाई से करवा दी। फिर वे खुशी-खुशी अपने राज्य में रहने लगे।
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