Short motivational story in hindi for success | सपना भी कभी सच होता

आज हम आपके लिए प्रेरणादायक हिंदी कहानी (Short motivational story in hindi for success) लेकर आये हैं। जिसको पढ़ने के बाद आपको काफी ऊर्जा मिलेगी। जो कि आपके जीवन में सफलता के शिखर तक पहुँचाने में काफी मददगार साबित होगी।

Short motivational story in hindi for success

सपना भी कभी सच होता है। 

एक गांव में राजूू नाम का एक किसान अपनी माँ के साथ रहता था। वह खेत में हल चला कर फसल उगाता जिससे अपना और अपनी माँ का गुजारा बड़ी मुश्किल से कर पाता था। वह सवभाव से बहुत सीधा और मेहनती था।

एक दिन राजूू अपने खेत की तरफ जा रहा था तभी उसका पड़ोसी मंगेश आ गया वह बहुत चालाक और कामचोर किस्म का व्यक्ति था। मंगेश राजूू से बोला उसको बाजार किसी काम से जाना है इसलिए आज वह उसका खेत जोत दे। राजूू सीधा था वह उसकी बात मान गया और मंगेश के खेत में काम करने पहुंच गया।

मंगेश राजूू को बेवकूफ बना कर खुद अपने घर जाकर सो गया राजूू ने सारा दिन उसका खेत जोता। शाम को मंगेश उठ कर आ गया और राजूू को जाकर धन्यवाद देने लगा। लेकिन राजूू बोला यदि जरुरत पड़ने पर पड़ोसी काम नहीं आएगा तो कौन आएगा।
इस बार बारिश नहीं हुई जिससे फसल ख़राब हो चली थी जिससे राजूू और ज्यादा गरीबी की हालत में आ गया।

उसके पास खाने के लिए पर्याप्त अनाज भी नहीं था जिससे उसने अपनी माँ से पूछा क्या मै कभी इतना धन कमा पाउँगा जिससे हमारा गुजारा सही से हो सके।

तब उसकी माँ राजूू का हौसला बढाती है और कहती है इसी तरह मेहनत करों और मेहनत का फल तम्हें जरूर मिलेगा।
राजूू अपने खेत से लौटते समय रोज रोते हुए भगवान से प्रार्थना करता की ‘हे भगवान मेरी मदद करो जिससे मै अपनी और अपनी माँ का सही से पेट भर सकूँ’।

एक रात को राजूू जब सोता है तो उसको सपने में एक पेड़ से सोने के सिक्के उसपर बरसते हुए नजर आते है। जैसे ही उसकी सुबह आँख खुलती है तब वह अपनी माँ को बताता है की उसने सुबह के सपने में सोने के सिक्के बरसते हुए देखा और बोला आप ही मुझे कहती थी न की सुबह के सपने सच होते है इसका मतलब यह सच होगा। उसकी माँ राजूू की बात सुनकर हँस पड़ती है।

राजूू को खेत में जाते हुए पड़ोसी मंगेश मिलता है तब राजूू उसको सोने के सिक्के के सपने के बारे में बताता है। मंगेश उसको बेवकूफ समझता है और उसको बोलता है मैंने भी एक सपना देखा जिसमे मुझे जमीन के अंदर से सोने के सिक्के मिले राजूू उसको बोलता है मंगेश तुम्हारा सपना भी सच होगा यह कहकर चला जाता है।

राजूू उस दिन जब अपने खेत में जब हल चला रहा था तब उसका हल जमीन में एक जगह फस जाता है जब वह उस जगह मिट्टी को हटा कर देखता है तो उसमे उसको एक घड़ा मिलता है जब राजूू उसका ढक्कन हटाता है तो उसमे उसको सोने के सिक्के होतेे है।
राजूू यह देखकर बहुत खुश हो जाता है लेकिन सोचता है की यह सपना तो मंगेश ने देखा था जमीन से सोने के सिक्के निकलने का वह सच हो गया यह सब मंगेश का है यह कहकर वह उस घड़े को वही छोड़कर मंगेश के घर शाम को चला जाता है।

वह मंगेश को बोलता है की तुम्हारा सुबह का सपना सच हो गया है मुझे एक सोने के सिक्के का घड़ा जमीन के नीचे से मिला है जैसा तुमने सपने में देखा था। तुम जाकर उसको ले लो। यह कहकर राजूू चला जाता है। मंगेश को यह सुनकर बहुत हैरानी होती है वह उसकी बातों पर विश्वास नहीं करता और सोचता है की अगर राजूू के खेत में उसको सोने के सिक्के का घड़ा मिला है तो वह उसको क्यों दे रहा है लेकिन फिर भी वह उसके खेत में देखने के लिए चला जाता है।

राजूू उस घड़े का ढक्कन सही से बंद करना भूल गया जिससे खेत में मौजूद बहुत सारी जहरीली चीटियाँ और कीड़े उसके अंदर ऊपर से भर जाते है। जैसे ही मंगेश उस घड़े का ढक्कन हटा कर देखता है तो उसको उसमें कीड़े और चीटियां भरे हुए नजर आते है वह उसके ढक्कन को तभी बंद कर देता है और इस सबको राजूू की चाल समझता है।

वह राजूू को सबक सिखाने के लिए रात को राजूू के घर जाता है और उनके घर पर कीड़े डालने के लिए उनकी छत पर चढ़ जाता है। वह उनकी छत की कुछ ईट निकालकर घड़े का ढक्कन हटा कर सारा घड़ा उनकी छत से खाली कर देता है। घड़ा खाली करने पर राजूू और उसकी माँ को सोने के सिक्के ऊपर से बरसते हुए नजर आते है।

राजूू और उसकी माँ यह देखकर बहुत खुश होते है और राजूू बोलता है माँ मेरा सपना सच हो गया। जब मंगेश को पता चलता है की घड़े में ऊपर से कुछ कीड़ो के बाद नीचे सोने के सिक्के थे तो वह अपने आप को बहुत कोसता है की क्यों उसने घड़े को सही से नहीं देखा।

इसके बाद राजूू और उसकी माँ अमीर हो जाते है और खुशी खुशी अपना जीवन व्यतीत करते है।

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