Hindi story for kids with Moral | बच्चों के लिए हिंदी कहानियाँ

आज हम बच्चों के लिए हिंदी कहानियाँ (Hindi story for kids) लेकर आये हैं. जिसको पढ़ने के बाद न केवल मोटिवेशन मिलेगा, बल्कि इन कहानियों से बहुत कुछ सीखने को मिलेगा.

Hindi story for kids with moral बच्चों के लिए हिंदी कहानियाँ

हम बच्चों के लिए हिंदी कहानियों (Hindi story for kids with Moral) का संग्रह प्रकाशित कर रहे हैं. जो कि काफी शिक्षाप्रद ही नहीं हैं बल्कि आपको जीवन में इसको ढालना चाहिए.

चूहा बन गया शेर | hindi story for kids in hindi

एक दिन की बात है। एक जादूगर था। उनसे देखा कि एक बिल्ली चूहे को खदेड़ रही है और बेचारा चूहा अपनी जान बचाने के लिए भाग रहा है। जादूगर को चूहे पर दया आ गयी। तो अपनी अलौकिक शक्तियों से जादूगर ने उस चूहे को बिल्ली बना दिया और उसकी जान बच गई।
फिर एक दिन जादूगर ने देखा उस बिल्ली के पीछे एक कुत्ता दौड़ पड़ा। जादूगार ने उस बिल्ली की जान बचाने के लिए अब उसे कुत्ता बना दिया। एक बार, उस कुत्ते पर शेर ने हमला कर दिया।
जादूगर ने तुरंत ही उस कुत्ते को शेर बना दिया ताकि अब उसे कोई भी जानवर परेशान ना करें।
लेकिन जादूगर ने जो चूहे को शेर बनाया था। वो गाँव वाले इस नए शेर का रहस्य जानते थे, जादूगर सभी गाँव वालों को बताता फिर रहा था। और गाँव वाले शेर का मजाक उड़ाते थे। उनके लिए ये शेर वही एक पिद्दी-सा चूहा ही था, जो शेर बना फिरता था!
अब इस शेर ने सोचा कि जब तक यह जादूगर जीवित रहेगा, सब लोग उसका ऐसा ही मजाक उड़ाते रहेंगे। जादूर ने इस शेर को जैसे ही अपनी ओर आते देखा,
तो उसके इरादे समझ गया। जिसके बाद वह सतर्क हो गया. जादूगर बोला, जाओ, तुम फिर से चूहा ही बन जाओ। तुम अहसान फरामोश हो और शेर बनने लायक नहीं हो।”

और इस प्रकार वह शेर फिर से सिकुड़कर दुबारा चूहा बन गया।

झूठा दोस्त | New moral stories in hindi | बच्चों की मनोरंजक कहानियाँ

किसी जंगाल में एक हिरन और एक कौआ पक्के दोस्त थे। एक दिन कौए ने हिरन को एक सियार के साथ देखा। सियार बहुत चालाक जानवर माना जाता है।

कौए ने अपने दोस्त हिरन को समझाया कि सियार पर भरोसा नहीं करना चाहिए। हिरन ने कौए की सलाह पर ध्यान नहीं दिया हिरन को लगा की उसने नये दोस्त बनाया है और कौए को अच्छा नहीं लगा तभी वो ऐसा बोल रहा है और सियार के साथ एक खेत में चला गया।
खेत में जाल लगे हुए थे। हिरन को पकड़ने के लिए वहाँ लगे जाल में फस गया। फिर सियार उससे कहने लगा, “मैं तो किसान को बुलाने जा रहा हूँ। वह आएगा और तुम्हें मार डालेगा।

मुझे भी वह तुम्हारे गोश्त का हिस्सा देगा।”यह सुन कर हिरन चिल्लाने लगा। कौए ने अपने दोस्त के चिल्लाने की आवाज सुनी तो तुरंत उसकी सहायता के लिए आ गया।

उसने हिरन से कहा कि वह ऐसे लेट जाए, जैसे वह सचमुच मर गया हो। थोड़ी ही देर में, सियार की आवाज सुनकर किसान वहाँ आ पहुँचा।

उसने देखा कि जाल में हिरन तो मरा पड़ा है। उसने जाल खोल दिया। जाल खुलते ही हिरन को मौका मिल गया और वह तुरंत उछलकर वहाँ से भाग गया।

गुस्साए किसान ने सियार की पिटाई कर दी और उसे वहाँ से भगा दिया।

शैतान मेमना | Hindi Short Stories for Class 1

एक बकरी अपने शैतान बच्चे के साथ रहती थी। उसका नाम मेमना थी। वह हमेशा अपनी मां को परेशान करती थी। एक दिन सुबह, उछलते-कूदते मेमना जंगल की ओर चली गया। उसकी माँ ने बच्चे को काफी मना किया कि वह घने-अंधेरे जंगल में अकेले न जाए।

उसने कहा, “वहाँ बहुत सारे जंगली और खतरनाक जानवर होंगे। बेटे, वहाँ अकेले मत जाओ।” माँ, “चिंता मत करो। मैं ज्यादा दूर नहीं जाऊँगा.” मेमने ने जवाब दिया।

नन्हा मेमना उछल-कूद करते हुए खेल में मगन हो गया और उसे पता ही नहीं चला कि वह जंगल में कितने दूर आ गया है और जल्द ही थोड़ी देर में अंधेरा हो गया।

अब वह वापस अपनी माँ के पास जाना चाहता था, लेकिन बेचारा घबराया हुआ इधर-उधर घुम रहा था, क्योंकि मेमना रास्ता भूल गया था। वह गुम हो चुका था और उसे समझ में नहीं आ रहा था कि वह क्या करे।

वह अपनी माँ को पुकारते हुए चिल्लाने लगा। उसे अपने आरामदायक घर की याद सताने लगी। उसे महसूस हुआ कि उसने अपनी माँ की बात न मानकर उससे बहुत बड़ी गलती कर दी।

तभी, मेमने की आवाज सुन कहीं से एक भेडिया वहाँ आ पहुँचा औट बोला, अरे! आज रात तो मैं इसी मेमने का स्वादिष्ट गोश्त खाऊँगा!” भेड़िया ने झपटकर मेमने को दबोच लिया। बेचारे मेमने को अपनी माँ की बात न मानने का दंड भुगतना पड़ा।

इस कहानी से हम यह शिक्षा मिलती है कि हमें हमेशा अपनी मां-बाप की बात को माननी चाहिए।

सांप और चीटियां | Short Stories in Hindi

बहुत समय पहले की बात है, एक घने जंगाल में किंग कोबरा सांप रहता था। वह शिकार करता था और दिन में सोता रहता था।

काफी समय बाद धीरे-धीरे वह काफी मोटा हो गया और फिर वह जिस बिल में वह रहता था, वह उसे छोटा पड़ने लगा। वह किसी दूसरे जगह की तलाश में निकल पड़ा।

आखिरकार, कोबरा ने एक बड़े पेड़ पर अपना घर बनाने का निश्चय किया, लेकिन उस पेड़ के तने के नीचे चीटियों की एक बड़ी झुंड दिख रही थी,

वह गुस्से में फनफनाता हुआ चीटियों के पास गया और चीटियों को हॉँटकर बोला, “मैं इस जंगल का राजा हूँ।

मैं नहीं चाहता कि तुम लोग मेरे आस-पास रहो। मेरा आदेश है कि तुम लोग अभी अपने रहने के लिए कोई दूसरी जगह तलाश लो।

अन्यथा, सब मरने के लिए तैयार हो जाओ!” चीटियों में काफी एकता थी। वे कोबरा से बिलकुल भी नहीं डरी। देखते ही देखते हजारों चीटियाँ ईक्ट्ठा हो गई।

सबने मिलकर कोबरे पर हमला बोल दिया। उसके पूरे शरीर पर चीटियां रेंग-रेंग कर काटने लगी! दुष्ट कोबरा दर्द के मारे चिल्लाते हुए वहाँ से भाग गया।

इससे हम यहीं सिखते है अगर हम आपस में मिल-जुलकर रहे तो हमें कोई भी नहीं डरा सकता।

यह भी पढ़ें-

Spread the love

हम लाते हैं मजदूरों से जुड़ी खबर और अहम जानकारियां? - WorkerVoice.in 

Leave a Comment

error: Content is protected !!